Sunday, August 26, 2007

है कौन जो बिगडी हुई तकदीर सँवारे

आज सोच रहा था कि कौन कौन से गाने- तराने हैं जो कि आपको बस रुला दे। और कौन कौन सी ऐसे पंक्तिया हैं....
शायद ऐसे कुछ...
  1. तुम भी खो गए, हम भी खो गए, एक राह पर चल के दो कदम.. (वक़्त ने किया)
  2. एक आह भरी होगी, हमने ना सुनी होगी, जाते जाते तुमने आवाज़ तो दी होगी... (चिट्ठी ना कोई संदेश)
  3. आये भी ना थे खुश्क हुए आंखो मे आंसू , निकले भी ना थे लुट गए अरमान बेचारे ... (आजा मेरी बरबाद)
  4. जी मे आता है तेरे दामन मे सर झुका कर हम रोते रोते रहे... (तेरे बिना जिन्दगी से कोई)
  5. मेरे कदम जहाँ पडे सजदे किये थे यार ने... (जाने कहाँ गए वो दिन)
  6. मौत भी आती नही, जान भी जाती नही, दिल को ये क्या हो गया कोई शाह भाती नही ...(तुम ना जाने किस)
  7. मरने के बाद होगा, चर्चा तेरी गली में... (मरना तेरी गली में)
  8. बाबुल थी मैं तेरे नाजो की पाली, फिर क्यों हुई मैं परायी... (अब के बरस भेज)
  9. नाजो से पाला मैंने तुझे, मेरी लाडली ... (बाबुल के दुआएं)
  10. जलता ना हो कहीँ मेरा ही आशियाँ... (कैसे कोई जिए)
  11. एक लुटे घर पे दिया करता है दस्तक कोई... (कोई ये कैसे बताये)
  12. गले गले सहम सहम ... (दोस्त दोस्त ना रहा)
  13. है वक़्त-ए- रुखसत गले लगा लो, खतायें भी आज बख्श डालो (खुदा निगेहबान हो तुम्हारा)
  14. ये बिजली राख कर जायेगी तेरे प्यार कि दुनिया (कभी तनहाइयों में)
  15. तुने दिया हमें गम, बेमौत मर गए हम (ओ दुनिया के रखवाले )

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